हांगझोउ की एक लड़की की कहानी, जिसने शादी का उपहार-राशि लौटाकर दोस्ती को और हल्का और सहज बना दिया。
यूको, क्या तुमने वह खबर देखी जिसमें हांगझोउ की लड़की ने शादी का उपहार-पैसा लौटा दिया? बहुत लोगों ने कहा कि यह बहुत दिल छू लेने वाला था。
हाँ, देखा! उसने अपनी दोस्त द्वारा दिए गए शादी के पैसों को लौटाया, है ना? मुझे यह बहुत खास लगा。
हाँ। आजकल बहुत लोग उपहार-राशि को एक तरह का ‘नजर-anaam का कर्ज’ मानते हैं और दबाव महसूस करते हैं。
हाँ, जापान में भी ऐसा लगता है। कई बार देना चाहते नहीं, लेकिन न दें तो संकोच होता है。
पैसा लौटाकर उसने अपनी दोस्त को बताया: हमारी दोस्ती पैसे पर नहीं टिकी है。
मुझे लगता है यह सच्ची संवेदनशीलता है। वह जानती थी कि उसकी दोस्त अभी अविवाहित है और वह उस पर बोझ नहीं डालना चाहती थी。
सही। लोगों को पैसा नहीं, बल्कि यह समझ और भरोसा अच्छा लगा。
मैं भी ऐसा करना सीखना चाहती हूँ—ताकि रिश्ते हल्के, सहज और प्राकृतिक लगें। दोस्ती आरामदेह होनी चाहिए, है ना?
हाँ। सच्चाई उपहार-पैसे से ज़्यादा महत्त्वपूर्ण है; ‘नज़र-अनाम’ वापस ‘अनुभूति’ बन जाए, वही सबसे अच्छा है。
यह ऐप क्यों चुनें
AI से पूछें, ऑडियो दोहराएं, शब्दावली सहेजें और अपनी प्रगति ट्रैक करें
1,000+ संवाद और 500+ Easy Mandarin News लेख उपलब्ध हैं।
रिपीट प्लेबैक का उपयोग करें, गति समायोजित करें और शब्द कार्ड में सहेजें।
व्याकरण, उपयोग और वाक्य संरचना के लिए तुरंत स्पष्टीकरण प्राप्त करें।